आज माता के तीसरे स्वरूप माँ चन्द्रघंटा की स्तुति की
जाती है। माता के बाएं हाथ में कमण्डल तथा दाहिने हाथ
में जप माला सुशोभित है। यह माँ ज्ञान- ध्यान की देवी
है। जो अपने भक्तों का सब प्रकार से कल्याण करती हैं।
माता की आप सब पर सदैव कृपा बनी रहे।
ज्ञान-ध्यान की माँ जगदम्बे, महिमा अगम अपार।
अपनी किरपा उन पर करना, जो आये तेरे द्वार।
क्रमशः
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