आज नवरात्रि का पांचवाँ दिन है। इस दिन स्कंदमाता की
पूजा-अचर्ना की जाती है. यह माता सनत्कुमार को अपनी
गोद में लिए हुए हैं इनके दोनों हाथों में कमल पुष्प सुशोभित
हैं। यह मातृत्व और नारी शक्ति का प्रतीक मानी जाती हैं।
इनका ही शिव जी से विवाह हुआ। तदुपरांत कार्तिकेय का
जन्म हुआ। गणेश जी इनके मानस पुत्र हैं। माता सभी का
मातृत्व भाव से कल्याण करे। {क्रमशः}
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