नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की आराधना की जाती है यह
माता सौभाग्य, सौन्दर्य, धनधान्य और पुष्टता को देने वाली है.
माता को जब शिव ने महा काली के रूप में देखा तो उनके इस
रौद्र रूप को शांत करने के लिए आदिदेव ने उन पर गंगा जल
छिड़क दिया जिससे वे पुनः कन्या रूप में परिवर्तित हो गयीं।
इस दिन कन्याओं को भोजन कराना अत्यंत पुण्यदायी माना
गया है। विवाहिता स्त्रियों को माता के इस रूप कि आराधना
करनी चाहिए। ये माँ अखण्ड सौभाग्य प्रदान करने वाली हैं।
जय जगजननी माँ।
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