अरे भाई ! इस चुनाव के समय भी कहीं-कहीं सड़कों
की हालत बहुत खस्ताहाल है. सड़कों पर जंजाल बने
गड्ढे मुंह फैलाये हुए किसी लग्जरी से आलिंगन करने
को बेताब हैं -
तनि हमरे ऊपर निकसि परौ, उद्धारु होइ फिरि नेता जी.
लकलक तुमरी मरसडीजै से, तनि प्यारु फिरि नेता जी।
की हालत बहुत खस्ताहाल है. सड़कों पर जंजाल बने
गड्ढे मुंह फैलाये हुए किसी लग्जरी से आलिंगन करने
को बेताब हैं -
तनि हमरे ऊपर निकसि परौ, उद्धारु होइ फिरि नेता जी.
लकलक तुमरी मरसडीजै से, तनि प्यारु फिरि नेता जी।