Wednesday, October 22, 2014

जगमग दीप जले।








जगमग-जगमग दीप जले।

घर -आँगन खुशियों से झूमे,
सपना सब आँखों का है।
नया सबेरा स्वर्णिम आये,
सपना सब रातों का है।
विष्णुप्रिया हर देहरी आये,
स्वर छन-छन लगे भले।।
जगमग-जगमग दीप जले।

तन-मन सबके स्वच्छ रहें,
कटुता कहीं न दिखे।
ऊँच-नीच का भेद मिटे फिर,
हर दिल झूम उठे।
सप्त राग हर मुख से निकले,
सुख में सभी पले।।
जगमग-जगमग दीप जले।

गांव- नगर सब जगमग होवें,
राहें सब मुस्काएं।
कृष्ण सखा संग बैठ कदम पर,
मुरली मधुर बजायें।
सपना पूरा मोदी का हो,
हर चेहरे पर ख़ुशी खिले।।
जगमग-जगमग दीप जले।

सभी प्रिय पाठकों को दीपावली की
हार्दिक शुभकामनाएं ! 

Wednesday, October 1, 2014

'गांधी जयंती पर विशेष'



















याद आया बापू जन्मदिन तुम्हारा।
अब ये जीवन कर्जदार है तुम्हारा।।

दांडी की यात्रा से जीवन दिलाया तूने।
पाबंदियों से हटके नमक खिलाया तूने।
जीने का आदमी को मिल गया सहारा।।
याद आया बापू जन्मदिन तुम्हारा।

चरखा थमा के तूने खादी बना दिया।
भारत के जान को तूने गांधी बना दिया।
खादी से ये तन ढक गया बेचारा।।
याद आया बापू जन्मदिन तुम्हारा।

सत्य-अहिंसा का पौधा तूने उगा दिया।
बिना घाव-घायल गोरों को भगा दिया।
हर भारतवासी का भाग्य था संवारा।।
याद आया बापू जन्मदिन तुम्हारा। 


बहुत-बहुत बधाई !

पाठक बन्धुओं  को 'शारदीय नवरात्रि ' की बहुत-बहुत बधाई !

माँ भगवती आपके जीवन को खुशियों और उल्लास से परिपूर्ण करे।
अपनी कृपा द्रष्टि सदैव सभी लोगों पर बनाये रखे। इसी कामना के साथ
माता की निम्न मन्त्र द्वारा आराधना करें -








सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमो स्तु ते।।

सर्वा बाधा प्रश्मनंम त्र्यलोकश्या अखिलेश्वरि।
एवमेव त्वया कार्य स्म द्वैरि विनाशनम ।।